




एक और खास बात है इस मंदिर की, मंदिर के परिसर मे एक विशाल पेङ है जो हमेशा हर मौसम मे हरा रहता है उसमे कोई फल नहीं लगते अभी तक ये एक रहस्य है कि वो पेङ किस चीज़ का है, जो आज तक कई रिर्सचों के बाद भी रहस्य बना हुआ I
यहाँ पर जाने के लिए अक्टूबर से लेकर जून तक का महिना बहुत ही उचित है, मानसून में आपको यहाँ से हिमालय के दर्शन नही भी हो सकते हैं,
यहाँ पर ठहरने के लिए अभी केवल उत्तराँचल बन विभाग का गेस्ट हाउस और कुमाओं मंडल विकास निगम का गेस्ट हाउस है, कुमाओं मंडल का गेस्ट हाउस विस्तार के लिए अभी विचाराधीन है, जिसके लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा चुका है,
विभिन्न स्थानों से दुरी :
रामनगर से ८० किमी,
रानीखेत से ८५ किमी,
काठगोदाम से १४० किमी,
अल्मोडा से १२८ किमी,